1. किसी जीव को सताना, हिंसा है.
2. झूठ बोलना, ............... हिंसा है.
3. तंग करना, धोखा देना हिंसा है.
4. किसी की चुगली करना हिंसा है.
5. किसी का बुरा चाहना हिंसा है.
6. दुःख होने पर रोना-पीटना हिंसा है.
7. सुख में अंहकार से अकडना हिंसा है.
8. किसी की निंदा या बुराई करना हिंसा है.
9.गाली देना हिंसा है.
10. अपनी बढ़ाई हाँकना हिंसा है.
11. किसी पर कलंक लगाना हिंसा है.
12. किसी का भद्दा मजाक करना हिंसा है.
13. बिना किसी वजय किसी पर क्रोध करना हिंसा है.
14. किसी पर अन्याय होते देखकर खुश होना हिंसा है.
15. शक्ति होने पर भी अन्याय को न रोकना हिंसा है.
16. आलस्य और प्रमाद में निष्क्रिय पड़े रहना हिंसा है.
17. अवसर आने पर भी सत्कर्म से जी चुराना हिंसा है.
18. बिना बाँटे अकेले खाना हिंसा है.
19. इन्द्रियों का गुलाम रहना हिंसा है.
20. दबे हुए कलह को उखाड़ना हिंसा है.
21. किसी की गुप्त बात को प्रकट करना हिंसा है.
22. किसी को नीच-अछूत समझना हिंसा है.
23. शक्ति होने हुए भी सेवा न करना हिंसा है.
24. बड़ों की विनय-भक्ति न करना हिंसा है.
25. छोटों से स्नेह, सद्भाव न रखना हिंसा है.
26. ठीक समय पर अपना फर्ज अदा न करना हिंसा है.
27. सच्ची बात को किसी बुरे संकल्प से छिपाना हिंसा है
www.रमेश कुमार जैन उर्फ़ "सिरफिरा".com
badhiya prastuti badhaai
बहुत खूब !!!!!!