क्या आपको पता है दुनिया की सबसे बड़ी वेबसाइट कौन सी है? अमूमन आपका
जवाब होगा गूगल। लेकिन यह गलत जवाब है। गूगल दुनिया की नंबर 1 वेबसाइट
नहीं है। क्या आपको पता है दुनिया की बीस सबसे बड़ी वेबसाइट कौन-कौन सी है?
इनमें से कितनी चायनीज वेबसाइट्स हैं?
आगे की स्लाइड में आप जानेंगे कि कौन है दुनिया की सबसे बड़ी वेबसाइट।
साथ ही जानेंगे दुनिया की बीस सबसे बड़ी वेबसाइट्स के बारे में। देखेंगे
कहां की है वो वेबसाइट्स और कैसे बना इनका इतना बड़ा यूजर्स बेस?
Facebook.com – 83 करोड़ 67 लाख यूनीक विजिटर्स
क्या है यह: फेसबुक एक सोशल नेट्वर्किंग साइट है। इसकी शुरुआत मार्क जुकेरबर्ग ने हार्वर्ड में अपने पढ़ाई के दौरान की थी।
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: शुरुआत में यह सिर्फ हार्वर्ड के स्टूडेंट्स के लिए थी, जिसे बाद में दूसरे यूनिवर्सिटी और कॉलेजों के स्टूडेंट्स के लिए ओपन किया गया। जब कंपनी ने 13 साल की उम्र से अधिक किसी को भी इससे जोड़ना शुरू किया, तब से अब तक यह बन गई दुनिया की सबसे बड़ी वेबसाइट।
क्या है यह: फेसबुक एक सोशल नेट्वर्किंग साइट है। इसकी शुरुआत मार्क जुकेरबर्ग ने हार्वर्ड में अपने पढ़ाई के दौरान की थी।
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: शुरुआत में यह सिर्फ हार्वर्ड के स्टूडेंट्स के लिए थी, जिसे बाद में दूसरे यूनिवर्सिटी और कॉलेजों के स्टूडेंट्स के लिए ओपन किया गया। जब कंपनी ने 13 साल की उम्र से अधिक किसी को भी इससे जोड़ना शुरू किया, तब से अब तक यह बन गई दुनिया की सबसे बड़ी वेबसाइट।
Google.com – 78 करोड़ 28 लाख यूनीक विजिटर्स
क्या है यह: गूगल एक वेब सर्च इंजन है.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: इसकी शुरुआत 1998 में तब हुई जब सर्च इंजन मार्केट में और भी बहुत सारी कंपनियां थीं। लेकिन यह अपने सबसे तेज सर्च और सबसे क्लीन होम-पेज के कारण बन गया वेब सर्चिंग का बेताज बादशाह। आज इसके पास जी-मेल, गूगल मैप्स, गूगल+ आदि बहुत सारे वेब प्रोडक्ट्स हैं।
क्या है यह: गूगल एक वेब सर्च इंजन है.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: इसकी शुरुआत 1998 में तब हुई जब सर्च इंजन मार्केट में और भी बहुत सारी कंपनियां थीं। लेकिन यह अपने सबसे तेज सर्च और सबसे क्लीन होम-पेज के कारण बन गया वेब सर्चिंग का बेताज बादशाह। आज इसके पास जी-मेल, गूगल मैप्स, गूगल+ आदि बहुत सारे वेब प्रोडक्ट्स हैं।
YouTube.com – 72 करोड़ 19 लाख यूनीक विजिटर्स
क्या है यह: यू-ट्यूब यूजर्स के ही द्वारा वीडियो शेयरिंग, अपलोडिंग एंड वाचिंग प्लेटफ़ॉर्म है.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: गूगल ने इसे 2006 में जब से खरीदा, तब से यूजर्स में इसका क्रेज कई गुना बढ़ गया। यू-ट्यूब से आज कल बहुत सारे नए स्टार भी बन रहे हैं। जस्टिन बीबर इसके लेटेस्ट एग्जाम्पल हैं।
क्या है यह: यू-ट्यूब यूजर्स के ही द्वारा वीडियो शेयरिंग, अपलोडिंग एंड वाचिंग प्लेटफ़ॉर्म है.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: गूगल ने इसे 2006 में जब से खरीदा, तब से यूजर्स में इसका क्रेज कई गुना बढ़ गया। यू-ट्यूब से आज कल बहुत सारे नए स्टार भी बन रहे हैं। जस्टिन बीबर इसके लेटेस्ट एग्जाम्पल हैं।
Yahoo.com – 46 करोड़ 99 लाख यूनीक विजिटर्स
क्या है यह: याहू सर्च इंजन तो है ही, साथ ही एक ऐसा प्लेटफॉर्म भी है जिससे यूजर्स इसके दूसरे चैनल, जैसे याहू फिनांस और फ्लिकर से भी जुड़ते हैं।
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: याहू 90 के दशक के शुरुआती वेब-पोर्टल में से एक है। लोग इसका यूज न्यूज, स्पोर्ट्स, फिनांस और ई-मेल के लिए करते हैं।
क्या है यह: याहू सर्च इंजन तो है ही, साथ ही एक ऐसा प्लेटफॉर्म भी है जिससे यूजर्स इसके दूसरे चैनल, जैसे याहू फिनांस और फ्लिकर से भी जुड़ते हैं।
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: याहू 90 के दशक के शुरुआती वेब-पोर्टल में से एक है। लोग इसका यूज न्यूज, स्पोर्ट्स, फिनांस और ई-मेल के लिए करते हैं।
Wikipedia.org – 46 करोड़ 96 लाख यूनीक विजिटर्स
क्या है यह: विकिपीडिया एक फ्री वेब-बेस्ड इन्सायक्लोपीडिया है.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: विकिपीडिया किसी को भी अपने यहां कंटेंट पोस्ट और एडिट करने की छूट देता है। इस वजह से यह बन गई इतनी बड़ी एजुकेशनल कंटेंट साइट। इसका सारा ट्रैफिक गूगल के माध्यम से आता है।
क्या है यह: विकिपीडिया एक फ्री वेब-बेस्ड इन्सायक्लोपीडिया है.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: विकिपीडिया किसी को भी अपने यहां कंटेंट पोस्ट और एडिट करने की छूट देता है। इस वजह से यह बन गई इतनी बड़ी एजुकेशनल कंटेंट साइट। इसका सारा ट्रैफिक गूगल के माध्यम से आता है।
Live.com – 38 करोड़ 95 लाख यूनीक विजिटर्स
क्या है यह: लाइव.कॉम माइक्रोसॉफ्ट का नया ई-मेल सर्विस है.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: माइक्रोसॉफ्ट ने अपने दोनों मेल सर्विस आउटलुक और हॉटमेल को Live.com के माध्यम से एक्सेसिबल बनाया है। आप हॉटमेल या आउटलुक कहीं भी जाएं, आपको Live.com पर री-डायरेक्ट कर दिया जाता है।
क्या है यह: लाइव.कॉम माइक्रोसॉफ्ट का नया ई-मेल सर्विस है.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: माइक्रोसॉफ्ट ने अपने दोनों मेल सर्विस आउटलुक और हॉटमेल को Live.com के माध्यम से एक्सेसिबल बनाया है। आप हॉटमेल या आउटलुक कहीं भी जाएं, आपको Live.com पर री-डायरेक्ट कर दिया जाता है।
QQ.com – 28 करोड़ 41 लाख यूनीक विजिटर्स
क्या है यह: यह चीन में स्थित सर्च इंजन और पोर्टल है.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: QQ.com को जिस कंपनी (Tencent) ने बनाया है, वह चीन की सबसे बड़ी इंस्टेंट मैसेजिंग सर्विस प्रोवाइडर है। Tencent की इंस्टेंट मैसेजिंग सर्विस के पास 70 करोड़ यूजर्स हैं। इसके इसी यूजर्स बेस का फायदा QQ.com को भी मिलता है।
क्या है यह: यह चीन में स्थित सर्च इंजन और पोर्टल है.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: QQ.com को जिस कंपनी (Tencent) ने बनाया है, वह चीन की सबसे बड़ी इंस्टेंट मैसेजिंग सर्विस प्रोवाइडर है। Tencent की इंस्टेंट मैसेजिंग सर्विस के पास 70 करोड़ यूजर्स हैं। इसके इसी यूजर्स बेस का फायदा QQ.com को भी मिलता है।
Microsoft.com – 27 करोड़ 17 लाख यूनीक विजिटर्स
क्या है यह: यहां आप खरीद सकते हैं माइक्रोसॉफ्ट के प्रोडक्ट, इसके सॉफ्टवेयर और अपडेट्स.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: दुनिया में बहुत सारे कम्प्यूटर माइक्रोसॉफ्ट के विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलते हैं। कस्टमर सपोर्ट और अपडेट के लिए इस साइट पर पहुंचते हैं।
क्या है यह: यहां आप खरीद सकते हैं माइक्रोसॉफ्ट के प्रोडक्ट, इसके सॉफ्टवेयर और अपडेट्स.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: दुनिया में बहुत सारे कम्प्यूटर माइक्रोसॉफ्ट के विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलते हैं। कस्टमर सपोर्ट और अपडेट के लिए इस साइट पर पहुंचते हैं।
Baidu – 26 करोड़ 87 लाख यूनीक विजिटर्स
क्या है यह: चीन की यह साइट सर्च इंजन है जो वेबसाइट, ऑडियो और इमेज के लिए काम करती है.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: Baidu चीन की सबसे पॉपुलर सर्च इंजन है। चीन के बेस्ट इंजीनियर्स की बहुत बड़ी टीम इस सर्च इंजन को अपडेट और इसके स्पीड के लिए काम करती है।
क्या है यह: चीन की यह साइट सर्च इंजन है जो वेबसाइट, ऑडियो और इमेज के लिए काम करती है.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: Baidu चीन की सबसे पॉपुलर सर्च इंजन है। चीन के बेस्ट इंजीनियर्स की बहुत बड़ी टीम इस सर्च इंजन को अपडेट और इसके स्पीड के लिए काम करती है।
MSN.com – 25 करोड़ 41 लाख यूनीक विजिटर्स
क्या है यह: माइक्रोसॉफ्ट से जुड़े इंटरनेट प्रोडक्ट का कलेक्शन है यह साइट.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर से यह कंपनी बन गई ऑनलाइन डेस्टिनेशन। इसमें हॉटमेल और एमएसएन मैसेंजर जैसी वेब सर्विसेज हैं।
क्या है यह: माइक्रोसॉफ्ट से जुड़े इंटरनेट प्रोडक्ट का कलेक्शन है यह साइट.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर से यह कंपनी बन गई ऑनलाइन डेस्टिनेशन। इसमें हॉटमेल और एमएसएन मैसेंजर जैसी वेब सर्विसेज हैं।
Blogger.com – 22 करोड़ 99 लाख यूनीक विजिटर्स
क्या है यह: यह है ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: सैन फ्रांसिस्को में शुरू की गई इस छोटी-सी कंपनी ने डॉटकॉम बूम के समय बहुत संघर्ष किया। गूगल ने जब इसे 2002 में खरीदा, तब यह ब्लॉगर्स की पसंद बन गई।
क्या है यह: यह है ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: सैन फ्रांसिस्को में शुरू की गई इस छोटी-सी कंपनी ने डॉटकॉम बूम के समय बहुत संघर्ष किया। गूगल ने जब इसे 2002 में खरीदा, तब यह ब्लॉगर्स की पसंद बन गई।
Ask.com – 21 करोड़ 84 लाख यूनीक विजिटर्स
क्या है यह: यह गूगल पावर्ड सर्च इंजन है.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: 90 के दशक में यह शुरू हुआ था AskJeeves के नाम से। इसकी पेरेंट कंपनी IAC ने जब About.com को खरीदा, तब इसके कंटेंट में काफी इजाफा हुआ। अब यह गूगल सर्च का री-ब्रांडेड वर्जन है।
क्या है यह: यह गूगल पावर्ड सर्च इंजन है.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: 90 के दशक में यह शुरू हुआ था AskJeeves के नाम से। इसकी पेरेंट कंपनी IAC ने जब About.com को खरीदा, तब इसके कंटेंट में काफी इजाफा हुआ। अब यह गूगल सर्च का री-ब्रांडेड वर्जन है।
Taobao.com – 20 करोड़ 70 लाख यूनीक विजिटर्स
क्या है यह: चीन की वेबसाइट जहां कपड़े, एक्सेसिरिज, ज्वैलरी, फूड आइटम, इलेक्ट्रॉनिक सामान के साथ और भी बहुत कुछ बिकता है.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: इ-बे और अमेजन की तरह ही यह भी ऑनलाइन मार्केट-प्लेस है। इसकी पेरेंट कंपनी अलीबाबा ने जब 2003 में इसे पब्लिक किया तो यह बन गया दुनिया का सबसे बड़ी शॉपिंग सर्च इंजन।
क्या है यह: चीन की वेबसाइट जहां कपड़े, एक्सेसिरिज, ज्वैलरी, फूड आइटम, इलेक्ट्रॉनिक सामान के साथ और भी बहुत कुछ बिकता है.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: इ-बे और अमेजन की तरह ही यह भी ऑनलाइन मार्केट-प्लेस है। इसकी पेरेंट कंपनी अलीबाबा ने जब 2003 में इसे पब्लिक किया तो यह बन गया दुनिया का सबसे बड़ी शॉपिंग सर्च इंजन।
Twitter.com – 18 करोड़ 98 लाख यूनीक विजिटर्स
क्या है यह: ट्विटर है रियल टाइम कम्यूनिकेशन प्लेटफॉर्म.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: 2009 में लॉन्च के बाद से ही ट्विटर बन गई ऐसी साइट, जहां आप जाते हैं दुनिया भर की ख़बरों से लगातार अपडेट होने के लिए। नेता, न्यूज कंपनी, इंडस्ट्री के टॉप लोगों का यह अड्डा आपको देता है हमेशा लेटेस्ट अपडेट।
क्या है यह: ट्विटर है रियल टाइम कम्यूनिकेशन प्लेटफॉर्म.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: 2009 में लॉन्च के बाद से ही ट्विटर बन गई ऐसी साइट, जहां आप जाते हैं दुनिया भर की ख़बरों से लगातार अपडेट होने के लिए। नेता, न्यूज कंपनी, इंडस्ट्री के टॉप लोगों का यह अड्डा आपको देता है हमेशा लेटेस्ट अपडेट।
Bing.com – 18 करोड़ 40 लाख यूनीक विजिटर्स
क्या है यह: बिंग है गूगल की तरह ही एक वेब सर्च इंजन.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: माइक्रोसॉफ्ट ने बिंग को काफी अग्रेसिव तरीके से प्रमोट किया है। सोशल साइडबार, इम्प्रूव्ड अल्गोरिदम से इसे ज्यादा से ज्यादा आसान बनाने की कोशिश की गई है। माइक्रोसॉफ्ट ने दुसरे वेबसाइट को बिंग से जुड़ने के लिए पैसे भी दिए हैं।
क्या है यह: बिंग है गूगल की तरह ही एक वेब सर्च इंजन.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: माइक्रोसॉफ्ट ने बिंग को काफी अग्रेसिव तरीके से प्रमोट किया है। सोशल साइडबार, इम्प्रूव्ड अल्गोरिदम से इसे ज्यादा से ज्यादा आसान बनाने की कोशिश की गई है। माइक्रोसॉफ्ट ने दुसरे वेबसाइट को बिंग से जुड़ने के लिए पैसे भी दिए हैं।
Sohu.com – 17 करोड़ 58 लाख यूनीक विजिटर्स
क्या है यह: चीन की पोर्टल और सर्च इंजन.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: 1997 में चीन में शुरू किया गया यह पहला सर्च इंजन था। तब से लेकर अब तक यह बन गया है इतने बड़े यूजर्स बेस वाली कंपनी। अब इसके साथ गेम पोर्टल और रियल इस्टेट पोर्टल भी हैं।
क्या है यह: चीन की पोर्टल और सर्च इंजन.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: 1997 में चीन में शुरू किया गया यह पहला सर्च इंजन था। तब से लेकर अब तक यह बन गया है इतने बड़े यूजर्स बेस वाली कंपनी। अब इसके साथ गेम पोर्टल और रियल इस्टेट पोर्टल भी हैं।
Apple.com – 17 करोड़ 17 लाख यूनीक विजिटर्स
क्या है यह: एप्पल के प्रोडक्ट्स और सर्विसेज का ऑनलाइन स्टोर.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: एप्पल के किसी भी प्रोडक्ट और सर्विसेज के लिए यह ऑनलाइन स्टोर है। सफारी वेब-ब्राउजर के होम पेज में यह बुक-मार्क्ड होती है और एप्पल के किसी भी प्रोडक्ट में सफारी ब्राउजर ही डिफ़ॉल्ट रहता है। तो एप्पल के करोड़ों यूजर्स इस पर अपने आप आ जाते हैं।
क्या है यह: एप्पल के प्रोडक्ट्स और सर्विसेज का ऑनलाइन स्टोर.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: एप्पल के किसी भी प्रोडक्ट और सर्विसेज के लिए यह ऑनलाइन स्टोर है। सफारी वेब-ब्राउजर के होम पेज में यह बुक-मार्क्ड होती है और एप्पल के किसी भी प्रोडक्ट में सफारी ब्राउजर ही डिफ़ॉल्ट रहता है। तो एप्पल के करोड़ों यूजर्स इस पर अपने आप आ जाते हैं।
WordPress.com – 17 करोड़ 9 लाख यूनीक विजिटर्स
क्या है यह: वर्ड प्रेस है एक ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: इसके सिंपल टूल्स यूजर्स को देते हैं अपने ब्लॉग को रिप्रेजेंट करने की आजादी। साथ ही यह ओपन सोर्स है, जिसके कारण यह दुसरे प्लेटफॉर्म से थोड़ा आगे निकल जाता है।
क्या है यह: वर्ड प्रेस है एक ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: इसके सिंपल टूल्स यूजर्स को देते हैं अपने ब्लॉग को रिप्रेजेंट करने की आजादी। साथ ही यह ओपन सोर्स है, जिसके कारण यह दुसरे प्लेटफॉर्म से थोड़ा आगे निकल जाता है।
Sina.com.cn – 16 करोड़ 90 लाख यूनीक विजिटर्स
क्या है यह: यह चीन की मीडिया और यूजर्स जेनरेटेट कंटेंट का मोबाइल पोर्टल है.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: 2000 के आस-पास इसे चीन का याहू कहा जाता था। 2009 में इसने जब माइक्रो-ब्लॉगिंग सर्विस Weibo शुरू किया तो इसके यूजर्स में 4 करोड़ का इजाफा हो गया।
क्या है यह: यह चीन की मीडिया और यूजर्स जेनरेटेट कंटेंट का मोबाइल पोर्टल है.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: 2000 के आस-पास इसे चीन का याहू कहा जाता था। 2009 में इसने जब माइक्रो-ब्लॉगिंग सर्विस Weibo शुरू किया तो इसके यूजर्स में 4 करोड़ का इजाफा हो गया।
Amazon.com – 16 करोड़ 30 लाख यूनीक विजिटर्स
क्या है यह: एक ऐसी वेबसाइट है, जहां कपड़े, एक्सेसिरिज, ज्वैलरी, फूड आइटम, इलेक्ट्रॉनिक सामान के साथ और भी बहुत कुछ बिकता है.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: जब इसकी शुरुआत हुई थी, तब यह कुछ चंद लोगों को किताबें पैक कर भेजने वाली कंपनी मात्र थी। अब यह कंपनी आपके जरूरत की लगभग हर सामान बेचती है।
क्या है यह: एक ऐसी वेबसाइट है, जहां कपड़े, एक्सेसिरिज, ज्वैलरी, फूड आइटम, इलेक्ट्रॉनिक सामान के साथ और भी बहुत कुछ बिकता है.
कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: जब इसकी शुरुआत हुई थी, तब यह कुछ चंद लोगों को किताबें पैक कर भेजने वाली कंपनी मात्र थी। अब यह कंपनी आपके जरूरत की लगभग हर सामान बेचती है।
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