कुदरत की रहमो इनायत, होती है बेटियां.
खुदा की सच्ची इबादत, होती है बेटियां.
मां-बाप की आबरू गरूर, हसरते और बंदिशे.
नाज़ुक कंधो पर क्या-क्या, सहती हैं बेटियां.
औरो की खुशी के लिए, हर एक कुर्बानी के बाद.
लिपट कर तकिये से छुप-छुप कर, रोती है बेटियां.
दो खानदानो की होती है, इनसे रोशनाई.
फिर भी बेटो से जाने क्यों, छोटी है बेटियां.
इनकी रूह भी पिघलती, है ज़ज्बो की आँच से.
नही महज़ हाड़-माँस की, बोटी है बेटियां.
इंसान की हैवानियत से, देखो खुदा भी दंग है.
जब कोख मे मां की वज़ूद, खोती है बेटियां.
जानता है हर कोई, पर मानता नही कोई.
कि हीरा है अगर बेटा तो, मोती है बेटियां.
kuchkhaskhabar@gmail.com
www.kuchkhaskhabar.com
Arun Kumar-9868716801
खुदा की सच्ची इबादत, होती है बेटियां.
मां-बाप की आबरू गरूर, हसरते और बंदिशे.
नाज़ुक कंधो पर क्या-क्या, सहती हैं बेटियां.
औरो की खुशी के लिए, हर एक कुर्बानी के बाद.
लिपट कर तकिये से छुप-छुप कर, रोती है बेटियां.
दो खानदानो की होती है, इनसे रोशनाई.
फिर भी बेटो से जाने क्यों, छोटी है बेटियां.
इनकी रूह भी पिघलती, है ज़ज्बो की आँच से.
नही महज़ हाड़-माँस की, बोटी है बेटियां.
इंसान की हैवानियत से, देखो खुदा भी दंग है.
जब कोख मे मां की वज़ूद, खोती है बेटियां.
जानता है हर कोई, पर मानता नही कोई.
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