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लिखिए अपनी भाषा में


  1. कहावत है कि यदि शुरूआत अच्छी हो तो आधा काम वैसे ही पूरा हो जाता है एक अच्छे कैरियर मे प्रवेश के लिए आप के पास सारी योग्यताए है, लेकिन उस कैरियर मे प्रवेश के लिए स्वय को किस तरह प्रस्तुत किया जाना चाहिए, अगर इस बात का ज्ञान आपको नही है, तो आपकी सारी योग्यताओ का मूल्य शून्य हो जाएगा।

    किसी भी कैरियर मे जाने की पहली सीढ़ी है आपका बायोडाटा बायोडाटा एक ऐसा सक्षिप्त विवरण है जो नियोक्ता के सामने आपकी सभी योग्यताओ, विशेषताओ, उपलब्धियो, ज्ञान, अनुभवो को एकसाथ इस प्रकार प्रस्तुत करता है कि नियोक्ता आपकी कार्यकारी क्षमताओ और व्यक्तित्व का अनुमान आसानी से कर सकता है जहा एक ओर प्रतिभा जैसे लोगो को एक आदर्श नौकरी की अपेक्षा होती है, वही उपक्रम भी चाहते है कि उन्है कुशल, सुशिक्षित कर्मचारी मिले इसी कारण अधिकाश कम्पनिया केवल आवेदन-पत्र आमत्रित करती है ताकि केवल योग्य उम्मीदवारो को ही बुलाया जाए. उम्मीदवार की लेखन शैली व कौशल से वे उसकी अप्रत्यक्ष मानसिक योग्यताओ को जाच लेते है. इन्ही योग्यताओ को प्रभावशाली ढग से प्रस्तुत करने मे बायोडाटा एक सशक्त भूमिका निभाता है, जिसे हिन्दी मे जीवन वृत्तात या जीवन परिचय कहा जाता है वैसे तो सभी बायोडाटा बना सकते है, लेकिन यदि इसे सही प्रकार से व्यवस्थित किया जाए तो चयन की सम्भावनाए बढ़ जाती है. अच्छी प्रकार बनाया गया बायोडाटा ‘फर्स्ट इप्रेशन इज द लास्ट इप्रेशन’ वाली कहावत को पूरी तरह चरितार्थ करता है.

    यहा हम आपको आकर्षक बायोडाटा बनाने के तरीके बताएगे जिनकी मदद से नौकरी की दौड़ मे विजेता का खिताब आप भी पा सकते है- 


         1  सर्वप्रथम आवश्यक होता है कि लेखन की नवीन शैली को अपनाया जाए एक साफ कागज पर उपर बाई ओर नियोक्ता का नाम व पता लिखा जाए, जिसमे सम्बन्धित पदाधिकारी या विभाग का वर्णन हो।

        2  कागज के उपर दाई ओर सदर्भ स्रोत व दिनाक का विवरण दीजिए, जिसके माध्यम से आप को पद सम्बन्धी जानकारी मिली हो. इसमे प्रायःरू विज्ञापन सख्या, समाचार-पत्र का नाम और तारीख लिखी जाती है।

        3  नियोक्ता सम्बन्धी विवरण के नीचे कुछ स्थान छोड़ कर अधिकारी के सम्बन्ध मे सम्मानसूचक सम्बोधन दिया जाना चाहिए, जैसे कि आदरणीय या महोदय इत्यादि ताकि आप की शालीनता का बोध हो सके. तत्पश्चात् पृष्ठ के मध्य मे विषय रूप मे उस पद का नाम देना चाहिए।

        4  पद विवरण के बाद ही बायोडाटा का सही उद्देश्य प्रारम्भ होता है, जो आप के सम्पूर्ण जीवन परिचय को प्रकट करता है. इसे आकर्षक बनाने के लिए सम्पूर्ण बायोडाटा को व्यक्तिगत, शैक्षिक, व्यावसायिक, तकनीकी योग्यताए अनुभव व सम्पर्क सूत्रो इत्यादि शीर्षको के अन्तर्गत विभाजित किया जा सकता है व्यक्तिगत कालम मे अपना नाम (बड़े अक्षरो मे), जन्मतिथि, आयु, पिता का नाम और पता (स्थायी व पत्राचार सम्बन्धी) दिया जाना चाहिए।

        5  शैक्षिक योग्यताओ को दर्शाने के लिए बाक्स या क्रमबद्ध विधि प्रयोग की जाती है, जिसमे हाईस्कूल, इटर, स्नातक व अन्य उच्च शैक्षणिक योग्यताओ का विवरण दिया जाता है जबकि व्यावसायिक व तकनीकी योग्यताओ को अलग कर के लिखा जाए तो वे नियोक्ता का ध्यान बरबस ही अपनी ओर खीचती है।

        6  इसके बाद अनुभव सम्बन्धी शीर्षक मे प्राप्त किए गए अनुभवो को दर्शाना चाहिए, जिनमे पद नाम, कार्यकाल, नियोक्ता विवरण व नौकरी छोड़ने का कारण आपकी कार्यकुशलता व स्पष्टवादिता को दर्शा कर नियोक्ता को आकर्षित करता है किन्तु अनुभव के सम्बन्ध मे सदैव सत्य व तथ्यात्मक जानकारी ही देनी चाहिए।

        7  तत्पश्चात् अपना वर्तमान दूरभाष नबर इत्यादि दिया जाना चाहिए ताकि किसी त्वरित कार्यवाही को किया जा सके।

        8  कुछ उपक्म ऐसे-ऐसे व्यक्तियो का उल्लेख चाहते है जो कि सम्माननीय हो और आप को भली प्रकार से जानते हो अतरू ऐसे व्यक्तियो के नाम, पते देने चाहिए साथ ही उन व्यक्तियो को भी इस बात की सूचना चाहिए ताकि किसी प्रकार की पूछताछ मे वे सही सूचना दे सके।

        9  इन सब के बाद अन्त मे अपने हस्ताक्षर (दिनाक सहित) व नाम लिखना न भूले, हस्ताक्षर नीचे दाई ओर करे बाई ओर सलग्न प्रमाणपत्रो का सक्षिप्त उल्लेख करे इससे पूर्व आवश्यक हो तो शिक्षा के अतिरिक्त अन्य।

        10  उपलब्धियो और अभिरूचियो को भी दर्शाया जा सकता है।

        11  बायोडाटा बनाने के लिए सदैव साफ व उपयुक्त कागज लेना चाहिए और उस पर स्पष्ट शब्दो मे ही लिखना चाहिए।

        12  इसमे हमेशा सत्य तथ्य ही दिए जाने चाहिए ताकि भविष्य मे सत्यता का ज्ञान होने पर अपमानित न होना पड़े।

        13  अपनी उन सभी योग्यताओ का विवरण दिया जाना चाहिए जो सम्बन्धित पद के चयन मे सहायक हो सकती है।

        14  यदि आप कार्यरत हो तो वर्तमान वेतन के साथ कार्य छोड़ने का कारण भी स्पष्ट करे और यदि आवश्यक हो तो नियोक्ता द्वारा ‘अनापत्ति प्रमाण-पत्र’ भी प्राप्त कर भेजे ताकि आपके आवेदन पर शीघ्र विचार किया जा सके।

        15  बायोडाटा भेजने से पूर्व विज्ञापन मे दिए निर्देशो को भली प्रकार पढ़ना उचित होता है. उसके साथ छायाचित्र तभी भेजे जब उस मे निर्देश हो, अन्यथा नही।

        16  इसमे अपनी उन सभी सृजनात्मक रुचियो का उल्लेख करे जो आपके व्यक्तित्व को अधिक निखार सके।

        17  कई बार लाइब्रेरी, कैलियोग्राफी, कार्टोग्राफी इत्यादि विधाओ मे हस्तलेख का विशेष कार्य होता है. अतरू उचित होगा कि बायोडाटा सुन्दर हस्तलिपि मे बनाया जाए

        18  विभिन्न हिन्दी भाषा सस्थानो मे प्राय: हिन्दी पर विशेष बल दिया जाता है इसलिए ऐसे निकायो मे बायोडाटा हिन्दी मे लिखना उपयुक्त रहता है।

        19  सामान्यत: बायोडाटा 1 या 2 पृष्ठो का हो सकता है।

        20  आजकल हर काम मे कम्प्यूटर की थोड़ी-बहुत जानकारी जरूर चाहिए होती है यदि ऐसी कोई योग्यता आप मे हो, तो उसे अवश्य मेशन करे।

        21  यदि आप एक से अधिक भाषाए जानते हो, तो उन्है लिखे।

       22   इसे रजिस्टर्ड डाक से ही भेजे ताकि मार्ग मे खोने की सम्भावना न रहे।


    •  1  हर तथ्य व जानकारी को डबल चैक कीजिए ।
      2  एक्शन वाले शब्दो का प्रयोग अधिक कीजिए, जैसे-‘टारगेट अचीव किया’ या ‘सेल बढ़ गई’ ।
      3  टाइपिग, स्पैलिग या ग्रामर की गलती न हो, यह ध्यान रखिए ।

      4   ऐसे शब्द ही लिखे, जिन्हें आप जानते है ।

      5   कॉमा, फुलस्टॉप (पक्चुएशन) की गलतियो से बचे

      6  सक्षिप्त नामो (एब्रीविएशस) से बचे ।

      7  तारीख लिखने का तरीका हर जगह एक-सा रखे ।

      8  एकरूपता लाए यदि एक सब-हैडिग बोल्ड अक्षरो मे है, तो बाकी भी ऐसे ही लिखे ।

      9  सीवी यदि अग्रेजी मे तैयार करे तो 10-12 पॉइट साइज के अक्षर ठीक रहेगे ।

      10  ए-4 साइज और बढ़िया किस्म का पेपर ले ।

      11  पर्याप्त खाली स्थान छोड़ते चले, जिससे रिज्यूमे साफ-सुथरा दिखाई दे ।

      12  तिरछे (इटैलिक), कैपिटल लैटर्स अथवा अडरलाइन शब्दो का अत्यधिक प्रयोग न करे।

      13  एक से नौ तक की सख्या शब्दो मे तथा 10 और इससे अधिक की सख्या अको मे लिखिए

       आवेदन कैसे करे ?
      चाहे किसी स्कूलकालेज मे दाखिला लेना हो, किसी व्यावसायिक कोर्स मे प्रवेश प्राप्त करना हो या फिर कैरियर चयन की बात हो, सभी जगह जो सीढ़ी आपको सबसे पहले चढ़नी होती है, वह है-ऐप्लिकेशन फार्म यानी आवेन-पत्र भरने की अब वह जमाना नही रहा, जब आवेदन-पत्र मे गिनेचुने कालम होते थे आज आवेदन-पत्रो का स्वरूप काफी विस्तृत हो गया है आवेदक की योग्यता एव प्रतिभा का आकलन आज काफी हद तक आवेदन-पत्रो मे उसके द्वारा भरी गई जानकारी से ही लगाया जाने लगा है इसलिए यह बहुत आवश्यक है कि फार्म भरते समय नितात सावधानी बरती जाए ध्यान रखे कि सैकड़ो फार्म सिर्फ इसीलिए रद्द कर दिए जाते है क्योकि वे सही ढग से भरे हुए नही होते।

      सच तो यह है कि ऐप्लिकेशन फार्म भरना एक कला है वैसे यदि इस कला को तकनीकी कौशल की सज्ञा दी जाए तो यह गलत न होगा अब बात आती है इस कला के सफलतापूर्वक प्रदर्शन की,, तो आइए जाने कि इस कला का प्रयोग कैसे किया जाए :



      1 सर्वप्रथम, किसी भी ऐप्लिकेशन फार्म को भरने से पूर्व उसके साथ सलग्न विवरणिका या नियमावली  का गहराई से अध्ययन करे।

       2  सिर्फ विवरणिका या नियमावली ही नही बल्कि फार्म के ऊपर लिखे निर्देशो को भी ध्यानपूर्वक पढ़े।

       3  फार्म भरते समय सदैव नीले पेन का ही प्रयोग करे लाल पेन का प्रयोग कतई न करे इस बात का भी ध्यान रखे कि पेन अच्छी कम्पनी का हो क्योकि बहुत से पेन स्याही छोड़ते है।

       4  इस बात का भी विशेष ध्यान रखे कि फार्म मे काटापीटी न हो कारण, इससे जाचकर्ता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

       5  फार्म मे दिए हुए सभी कालमो को भरते हुए ध्यान रखे कि आप की जानकारी सही एव प्रामाणिक होनी चाहिए उल्लेखनीय है कि बहुत से उम्मीदवार सिर्फ अच्छा प्रभाव डालने के उद्देश्य से कई बार फार्म मे गलत जानकारी भी भर देते है।

       6  यदि कोई कालम समझ मे न आ रहा हो, तो पहले सम्बन्धित व्यक्ति या सस्थान से उस को सही ढग से समझ ले तत्पश्चात् ही उस कालम को भरे।

       7   कोई भी कालम जल्दबाजी मे न भरे पहले पढ़े, फिर सोचे, उसके बाद ही पेन को हरकत मे लाए।

       8  पूरा फार्म भरने के पश्चात् उसे एक बार अवश्य पढ़े ताकि यदि भूल से कोई गलती रह गई हो तो उसे ठीक किया जा सके।

       9  विज्ञप्ति के तत्काल बाद आवेदन-पत्र प्रेषित कर देना चाहिए आवेदन-पत्र प्राप्ति की अन्तिम तिथि की प्रतीक्षा करना उचित नही है अपने आवेदन-पत्र मे विज्ञापन के पत्र एव दिनाक का उल्लेख अवश्य किया जाए।

       10   आवेदन-पत्र की कार्बन प्रतिलिपि कदापि नही भेजी जानी चाहिए भले ही आवेदन-पत्र की एक से अधिक प्रतिया मागी गई हो।

        11  आपको चाहिए कि आप प्रत्येक उस पद के लिए आवेदन-पत्र भेजे जिसके लिए आपके पास न्यूनतम योग्यताए है यह मत सोचिए कि आपसे अधिक योग्य व्यक्तियो ने आवेदन-पत्र भेजे होगे कौन जाने नौकरी देने वाले स्वामी की नजर आपके आवेदन-पत्र पर ही डट जाए ? भाग्य और भगवान पर भरोसा सदैव रखना चाहिए।



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