क्या आप जानते हैं बिल गेट्स कौन है? क्या आप जानते हैं जॉब स्टीव्स कौन
है? आप जरूर जानते होंगे क्योंकि दोनों ही व्यक्ति अपने अपने क्षैत्र में
काफी सफलता अर्जित कर चुके हैं और सुर्खियों में बने रहते हैं. लेकिन कुछ
लोग ऐसे होते हैं जो गुमनामी में रहना पसंद करते हैं और एक दिन दुनिया
उन्हें भूल जाती है. तब यह मायने नहीं रखता कि उन्होनें तकनीक या अन्य
किसी भी क्षैत्र में कितना बड़ा योगदान दिया था.
ऐसे ही एक व्यक्ति थे डॉ. ई. एडवर्ड रोबर्टस. डॉ. रोबर्ट्स आधुनिक निजी
कम्प्यूटर के जनक थे. हाल ही में 68 वर्ष के डॉ. रोबर्ट्स का निधन
न्यूमोनिया की वजह से हुआ. लेकिन बहुत कम तकनीकविदों और इस क्षैत्र से
जुड़े लोगों ने उनको याद किया. एकमात्र बिल गेट्स उनसे मिलने पहुँचे और
उनके आखिरी समय पर वे उनके पास ही थे.
कौन थे डॉ. रोबर्टस?
डॉ. रोबर्ट्स ने आधुनिक कम्प्यूटिंग तकनीक को विकसित करने में महत्वपूर्ण
योगदान दिया था. उस जमाने में बड़े कम्प्यूटर मशीन हुआ करती थी. डॉ.
रोबर्ट्स ने एक माइक्रोकम्प्यूटर बनाने की सोची जिसे कोई भी व्यक्ति
इस्तेमाल कर सके. उन्होनें 70 के दशक के मध्य में MITS Alter नाम का
माइक्रो कम्प्यूटर बनाया जो कम खर्चीला था और उसे विभिन्न कार्य करने के
लिए प्रोग्राम किया जा सकता था. उनकी इस उपलब्धि को कई इतिहासकार पर्सनल
कम्प्यूटर के विकास की पहली कड़ी मानते हैं. कई इतिहासकारों का मानना है
कि उस जमाने का माइक्रोकम्प्यूटर पहला निजी कम्प्यूटर कहा जा सकता है. इस
लिहाज से डो. रोबर्ट्स को यदि निजी कम्प्यूटर का जनक कहा जाए तो गलत नहीं
होगा.
बिल गेट्स और उनके साथी पॉल एलन ने कभी इस इस प्रोजेक्ट पर काम किया था.
बल्कि इन दोनों ने यहीं से अपने कैरियर की शुरूआत भी की थी. बाद में
दोनों ने डॉ. रोबर्ट्स की दुकान पर काम भी किया था. और आगे चलकर अपनी राह
अलग की और माइक्रोसोफ्ट का जन्म हुआ.
डॉ. रोबर्ट्स ने जब माइक्रो कम्प्यूटर बनाया, उस जमाने में इस तरह के
कम्प्यूटर मौज शौख की वस्तु हुआ करते थे और लोगों ने यह समझा ही नहीं था
कि इस डिवाइज का कितना व्यापक इस्तेमाल किया जा सकता है. डॉ. रोबर्ट्स को
भी यह सम्भावना दिखाई नहीं दी. उन्होनें इस क्षैत्र को त्याग दिया और
अपने चिकित्सा के व्यवसाय में लौट गए.
उन्होनें ज्योर्जिया में मेडिकल प्रेक्टिस शुरू की और बाद में तकनीक की
दुनिया से अलग होते चले गए. लोगों ने भी इनको भूलना शुरू कर दिया. इसलिए
जब डॉ. रोबर्ट्स की मृत्यु हुई तब उनके पास उनके परिवार वाले ही थे, और
हाँ बिल गेट्स भी.
है? आप जरूर जानते होंगे क्योंकि दोनों ही व्यक्ति अपने अपने क्षैत्र में
काफी सफलता अर्जित कर चुके हैं और सुर्खियों में बने रहते हैं. लेकिन कुछ
लोग ऐसे होते हैं जो गुमनामी में रहना पसंद करते हैं और एक दिन दुनिया
उन्हें भूल जाती है. तब यह मायने नहीं रखता कि उन्होनें तकनीक या अन्य
किसी भी क्षैत्र में कितना बड़ा योगदान दिया था.
ऐसे ही एक व्यक्ति थे डॉ. ई. एडवर्ड रोबर्टस. डॉ. रोबर्ट्स आधुनिक निजी
कम्प्यूटर के जनक थे. हाल ही में 68 वर्ष के डॉ. रोबर्ट्स का निधन
न्यूमोनिया की वजह से हुआ. लेकिन बहुत कम तकनीकविदों और इस क्षैत्र से
जुड़े लोगों ने उनको याद किया. एकमात्र बिल गेट्स उनसे मिलने पहुँचे और
उनके आखिरी समय पर वे उनके पास ही थे.
कौन थे डॉ. रोबर्टस?
डॉ. रोबर्ट्स ने आधुनिक कम्प्यूटिंग तकनीक को विकसित करने में महत्वपूर्ण
योगदान दिया था. उस जमाने में बड़े कम्प्यूटर मशीन हुआ करती थी. डॉ.
रोबर्ट्स ने एक माइक्रोकम्प्यूटर बनाने की सोची जिसे कोई भी व्यक्ति
इस्तेमाल कर सके. उन्होनें 70 के दशक के मध्य में MITS Alter नाम का
माइक्रो कम्प्यूटर बनाया जो कम खर्चीला था और उसे विभिन्न कार्य करने के
लिए प्रोग्राम किया जा सकता था. उनकी इस उपलब्धि को कई इतिहासकार पर्सनल
कम्प्यूटर के विकास की पहली कड़ी मानते हैं. कई इतिहासकारों का मानना है
कि उस जमाने का माइक्रोकम्प्यूटर पहला निजी कम्प्यूटर कहा जा सकता है. इस
लिहाज से डो. रोबर्ट्स को यदि निजी कम्प्यूटर का जनक कहा जाए तो गलत नहीं
होगा.
बिल गेट्स और उनके साथी पॉल एलन ने कभी इस इस प्रोजेक्ट पर काम किया था.
बल्कि इन दोनों ने यहीं से अपने कैरियर की शुरूआत भी की थी. बाद में
दोनों ने डॉ. रोबर्ट्स की दुकान पर काम भी किया था. और आगे चलकर अपनी राह
अलग की और माइक्रोसोफ्ट का जन्म हुआ.
डॉ. रोबर्ट्स ने जब माइक्रो कम्प्यूटर बनाया, उस जमाने में इस तरह के
कम्प्यूटर मौज शौख की वस्तु हुआ करते थे और लोगों ने यह समझा ही नहीं था
कि इस डिवाइज का कितना व्यापक इस्तेमाल किया जा सकता है. डॉ. रोबर्ट्स को
भी यह सम्भावना दिखाई नहीं दी. उन्होनें इस क्षैत्र को त्याग दिया और
अपने चिकित्सा के व्यवसाय में लौट गए.
उन्होनें ज्योर्जिया में मेडिकल प्रेक्टिस शुरू की और बाद में तकनीक की
दुनिया से अलग होते चले गए. लोगों ने भी इनको भूलना शुरू कर दिया. इसलिए
जब डॉ. रोबर्ट्स की मृत्यु हुई तब उनके पास उनके परिवार वाले ही थे, और
हाँ बिल गेट्स भी.
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Thankes