सैन फ्रांसिस्को की कंपनी ओपन गार्डन ने आइओएस और एंड्रॉयड यूजर्स के लिए
फायरचैट नाम से एक चैट सर्विस डेवलप की है, जो बिना मोबाइल नेटवर्क,
वाई-फाई और इंटरनेट कनेक्शन के काम करेगी।
पिछले हफ्ते इस एप को आइओएस यूजर्स के लिए लांच किया गया था, एंड्रायड के
लिए इसे हाल ही में लांच किया गया है। चैट में यूजर को केवल स्क्रीन नेम
चुनना होता है और एवरीवन टैब में जाकर फायरचैट यूजर्स से चैट कर सकते
हैं, वहीं नियरबाइ टैब में वाई-फाई के रेंज या ब्लूटूथ की 30 फीट की रेंज
में आने वाले यूजर्स से चैट कर सकते हैं। ऐसी जगहें जहां नेटवर्क सिग्नल
नहीं भी है, जैसे- सबवे, बीच, कैंपिंग बेसमेंट या एयरोप्लेन में भी चैट
कर सकते हैं।
इसमें मेश नेटवर्क टेक्नोलॉजी यूज की गई है, जिसमें आसपास के लोकल यूजर्स
के साथ एप एक मिनी-इंटरनेट नेटवर्क क्रिएट कर देती है। आइओएस 7 ओएस में
भी एक ऐसा ही फीचर है मल्टीपल कनेक्टिविटी फ्रेमवर्क, जिसमें इसी
टेक्नोलॉजी का यूज किया जाता है। गूगल भी मेश नेटवर्क प्रोजेक्ट पर काम
कर रहा है और आने वाले समय में कई एप्स इस नेटवर्क पर आधारित होंगी। इस
एप को गूगल प्ले स्टोर और आइट्यूंस स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं।
--
यदि आपके पास Hindi में कोई article, inspirational story या जानकारी है
जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ
E-mail करें. हमारी Id है:kuchkhaskhabar@gmail.com.पसंद आने पर हम उसे
आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे.
www.kuchkhaskhabar.com
फायरचैट नाम से एक चैट सर्विस डेवलप की है, जो बिना मोबाइल नेटवर्क,
वाई-फाई और इंटरनेट कनेक्शन के काम करेगी।
पिछले हफ्ते इस एप को आइओएस यूजर्स के लिए लांच किया गया था, एंड्रायड के
लिए इसे हाल ही में लांच किया गया है। चैट में यूजर को केवल स्क्रीन नेम
चुनना होता है और एवरीवन टैब में जाकर फायरचैट यूजर्स से चैट कर सकते
हैं, वहीं नियरबाइ टैब में वाई-फाई के रेंज या ब्लूटूथ की 30 फीट की रेंज
में आने वाले यूजर्स से चैट कर सकते हैं। ऐसी जगहें जहां नेटवर्क सिग्नल
नहीं भी है, जैसे- सबवे, बीच, कैंपिंग बेसमेंट या एयरोप्लेन में भी चैट
कर सकते हैं।
इसमें मेश नेटवर्क टेक्नोलॉजी यूज की गई है, जिसमें आसपास के लोकल यूजर्स
के साथ एप एक मिनी-इंटरनेट नेटवर्क क्रिएट कर देती है। आइओएस 7 ओएस में
भी एक ऐसा ही फीचर है मल्टीपल कनेक्टिविटी फ्रेमवर्क, जिसमें इसी
टेक्नोलॉजी का यूज किया जाता है। गूगल भी मेश नेटवर्क प्रोजेक्ट पर काम
कर रहा है और आने वाले समय में कई एप्स इस नेटवर्क पर आधारित होंगी। इस
एप को गूगल प्ले स्टोर और आइट्यूंस स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं।
--
यदि आपके पास Hindi में कोई article, inspirational story या जानकारी है
जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ
E-mail करें. हमारी Id है:kuchkhaskhabar@gmail.com.पसंद आने पर हम उसे
आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे.
www.kuchkhaskhabar.com
0 comments:
Post a Comment
Thankes