हम खूबसूरत चेहरों में क्यों खो जाते हैं?
दुबई में एस्टर मेडिकल सेंटर के जाने-माने नेत्र विशेषज्ञ डॉ. सलेम मोपेन ने बताया कि कंप्यूटर के आगे ज्यादा वक्त गुजारने वाले लोगों की आंखों को चीजों को फोकस करने और समन्वय स्थापित करने में दिक्कत आती है। अगर आप कोई ऐसी नौकरी करते हैं जहां लम्बे समय तक स्क्रीन के आगे बैठना होता है तो नौकरी शुरू करने से पहले आंखों की पूरी जांच कराना बेहद जरूरी होता है। अगर लोग अपनी आंखों की नियमित जांच कराते रहते हैं तो उनको आंखों से जुड़ी समस्याओं से बचने में काफी मदद मिलती है।
‘हम हैं आंखों का चेकअप नहीं करवाने में सबसे आगे’!
कंप्यूटर के सामने ज्यादा समय बिताने से आंखों की मांसपेशियों पर तनाव बढ़ता है। सिर में दर्द रहने लगता है। चीजों को साफ देखने में परेशानी होती है और आंखों पर बहुत जोर पड़ता है।
कम्प्यूटर में स्क्रीन पर उभरती तस्वीरों और उनसे निकलने वाली चमक, स्क्रीन पर रंगों का समायोजन ठीक नहीं होने और सही प्रकाश की व्यवस्था नहीं होने जैसे कारणों से भी आंखों में दिक्कत महसूस होने लगती है।
तेजी से पैर फैला रही है आंख की बीमारी ‘ग्लूकोमा’
डॉ. मोपेन ने सलाह दी कि अगर कंप्यूटर से आंखों को होने वाली दिक्कतों को कम करना या बचना चाहते हैं तो कम्प्यूटर का इस्तेमाल करते समय विशेष प्रकार के चश्मों का इस्तेमाल करना बेहद जरूरी है। इसके अलावा काम करते समय बीच-बीच में आंखों को आराम देने और कुछ समय के लिए स्क्रीन के सामने से हटने से भी आंखों को होने वाले खतरों को बहुत हद तक कम किया जा सकता है।
दुबई में एस्टर मेडिकल सेंटर के जाने-माने नेत्र विशेषज्ञ डॉ. सलेम मोपेन ने बताया कि कंप्यूटर के आगे ज्यादा वक्त गुजारने वाले लोगों की आंखों को चीजों को फोकस करने और समन्वय स्थापित करने में दिक्कत आती है। अगर आप कोई ऐसी नौकरी करते हैं जहां लम्बे समय तक स्क्रीन के आगे बैठना होता है तो नौकरी शुरू करने से पहले आंखों की पूरी जांच कराना बेहद जरूरी होता है। अगर लोग अपनी आंखों की नियमित जांच कराते रहते हैं तो उनको आंखों से जुड़ी समस्याओं से बचने में काफी मदद मिलती है।
‘हम हैं आंखों का चेकअप नहीं करवाने में सबसे आगे’!
कंप्यूटर के सामने ज्यादा समय बिताने से आंखों की मांसपेशियों पर तनाव बढ़ता है। सिर में दर्द रहने लगता है। चीजों को साफ देखने में परेशानी होती है और आंखों पर बहुत जोर पड़ता है।
कम्प्यूटर में स्क्रीन पर उभरती तस्वीरों और उनसे निकलने वाली चमक, स्क्रीन पर रंगों का समायोजन ठीक नहीं होने और सही प्रकाश की व्यवस्था नहीं होने जैसे कारणों से भी आंखों में दिक्कत महसूस होने लगती है।
तेजी से पैर फैला रही है आंख की बीमारी ‘ग्लूकोमा’
डॉ. मोपेन ने सलाह दी कि अगर कंप्यूटर से आंखों को होने वाली दिक्कतों को कम करना या बचना चाहते हैं तो कम्प्यूटर का इस्तेमाल करते समय विशेष प्रकार के चश्मों का इस्तेमाल करना बेहद जरूरी है। इसके अलावा काम करते समय बीच-बीच में आंखों को आराम देने और कुछ समय के लिए स्क्रीन के सामने से हटने से भी आंखों को होने वाले खतरों को बहुत हद तक कम किया जा सकता है।
0 comments:
Post a Comment
Thankes